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पंचायत चुनाव के लिए सात से आठ लाख ईवीएम की जरूरत, पहली बार बिहार में ईवीएम से पंचायत चुनाव कराने की तैयारी।


बिहार में पहली बार ईवीएम से पंचायत चुनाव कराने की तैयारी।

बिहार में पहली बार EVM से पंचायत चुनाव होना है। इसके लिए केंद्रीय निवार्चन आयोग और राज्य निवार्चन आयोग के बीच सिंगल पोस्ट ईवीएम को लेकर सहमति बन गई है, EVM की अनुपलब्धता के कारण ही बिहार में पंचायत चुनाव में लगभग 2 महीने विलंब हो चुका है। चुनाव की अधिसूचना का प्रस्ताव राज्य निर्वाचन आयोग अप्रैल के अंतिम सप्ताह में राज्य सरकार को भेजने की तैयारी कर रहा था। लेकिन इस बीच कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने 15 दिनों के लिए अधिसूचना का प्रस्ताव डाल दिया है।  हालांकि आयोग ने कहा है कि 15 दिनों के बाद परिस्थिति की समीक्षा के बाद वह निर्णय लेगा वैसे माना यह भी जा रहा है कि दूसरे राज्यों से बिहार को एवं उपलब्ध होने में 20 से 25 दिनों का वक्त लग सकता है। इस बीच राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव के अन्य तैयारियों को पूरा करेगा मई के पहले अगर कोरोना की स्थिति में सुधार होता है, तो आयोग चुनाव की घोषणा कर सकता है। बिहार में लगभग 2 लाख 58 हज़ार पदों के लिए पंचायत का चुनाव होना है।

पंचायत चुनाव के लिए सात से आठ लाख ईवीएम की जरूरत।

पंचायत चुनाव के मद्देनजर ईवीएम की उपलब्धता के लिए राज्य निवार्चन आयोग ने 24 राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों को पत्र लिखा है साथ ही 14 राज्य निर्वाचन आयोग को भी पत्र लिखा गया है आधिकारिक सूत्रों के अनुसार केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को EVM आवंटित कर दिया है, लेकिन ईवीएम को दूसरे राज्यों से बिहार लाना होगा। जिन राज्यों में एवं पड़ी है उन राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों से राज्य निर्वाचन आयोग संपर्क कर रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार सभी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों एवं राज्य निर्वाचन आयोग को EVM उपलब्ध कराने के लिए पत्र भेज दिया गया है। EVM को लेकर केंद्रीय निवार्चन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग के बीच दिल्ली में बैठक की गई थी।  इस दौरान बिहार में सात से आठ लाख एवं की आवश्यकता जताई थी। हालांकि बिहार की मांग पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने कितने EVM का आवंटन किया है। फिलहाल राज्य निवार्चन आयोग के अधिकारियों ने इसका खुलासा नहीं किया है। आयोग के अधिकारियों का तर्क है, कि बिहार ने अपनी जरूरत के हिसाब से EVM की मांग की है। लेकिन कितनी EVM उपलब्ध हो पाएगी फिलहाल यह कहना बहुत ही मुश्किल है।

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