देश के विभिन्न राज्यो के छात्र इस वर्चुअल वार्तालाप से जुड़े थे। छात्रों के साथ आत्मीय भाव स्थापित करने के लिए, प्रधानमंत्री मोदी ने गैर-हिंदी भाषी क्षेत्रों के छात्रों से बातचीत करते समय उनकी अपनी भाषा के शब्दों का उपयोग किया।
प्रधानमंत्री ने छात्रों की सकारात्मकता और व्यावहारिकता की सराहना करते हुए कहा कि यह हमारे देश के लिए प्रसन्नता का विषय है कि हमारे छात्र सभी कठिनाइयों और चुनौतियों को अपनी शक्ति में बदलते हैं और यही हमारे देश की ताकत है। उन्होंने बातचीत के दौरान छात्रों के आत्मविश्वास की भी प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपके अनुभव बहुत महत्वपूर्ण हैं और यह आपके जीवन के हर पहलू में उपयोगी होंगे। उन्होंने टीम भावना का उदाहरण दिया जो हम अपने स्कूलों और कॉलेजों में सीखते हैं। कोरोना के समय में हमने ये सबक नए तरीके से सीखे हैं और इस कठिन समय में अपने देश की टीम भावना की शक्तिको देखा है।
प्रधानमंत्री ने छात्रों से 5 जून को पर्यावरण के लिए कुछ विशेष करने का आग्रह किया। इस दिन पर्यावरण दिवस है और इसी तरह 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने परिवार के साथ योग करने का आह्वान किया। उन्होंने छात्रों से टीकाकरण पंजीकरण में अपने परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों की सहायता करने का भी आग्रह किया।
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